नाराज माता-पिता को छोड़कर अनिमेष अपने कर्म क्षेत्र की ओर बढ़ चला था। नाराज माता-पिता को छोड़कर अनिमेष अपने कर्म क्षेत्र की ओर बढ़ चला था।
मुझे मेरी किताब का अंत नहीं मिल रहा था, मिल जाता अगर कभी किसी से इश्क़ हुआ होता तो... मुझे मेरी किताब का अंत नहीं मिल रहा था, मिल जाता अगर कभी किसी से इश्क़ हुआ होता त...
"वेेैचारिक आतंकवाद" इसे हम "लोकतांत्रिक आतंकवाद" की संज्ञा भी दे सकते हैँ! "वेेैचारिक आतंकवाद" इसे हम "लोकतांत्रिक आतंकवाद" की संज्ञा भी दे सकते हैँ!
“ए बल्ली , खेल पूरा कर के जा | यूं बीच में ही भगौड़ा हो रहा है|” शाम का इतना कहना था कि बल्ली को जा... “ए बल्ली , खेल पूरा कर के जा | यूं बीच में ही भगौड़ा हो रहा है|” शाम का इतना कह...
...ऑफिस जाना है .............. रह गयी उस प्याली में 2 बूँद....................... ...ऑफिस जाना है .............. रह गयी उस प्याली में 2 बूँद.........................
क्यूंकि मावा अब मिलावटी नहीं रह गया है बल्कि सड़ गया है और सड़ा हुआ मावा जानलेवा होता है! क्यूंकि मावा अब मिलावटी नहीं रह गया है बल्कि सड़ गया है और सड़ा हुआ मावा जानलेवा ह...